मंडी की अव्यवस्थाओं को लेकर ग्रेन मर्चेट दाल मिलर्स ने मंत्री को सौंपा ज्ञापन

सुधार न होने पर आठ अगस्त से अनिश्तिकालीन व्यापार बंद की चेतावनी,

गाडरवारा 

ग्रेन मर्चेन्ट एंड दाल मिलर्स एसोसिएशन के व्यापारियों ने क्षेत्रीय विधायक एवं परिवहन एवं स्कूल शिक्षा मंत्री, राव उदयप्रतापसिंह को ज्ञापन देकर मंडी व्यवस्थाओं के संबंध में अनुरोध किया है। जिसमें उल्लेख है विगत कुछ वर्षों से सक्षम अधिकारी एवं जनप्रतिनिधियों के अभाव से मंडी प्रशासन की अकर्मण्यता एवं उदासीनता से मंडी में काफी अनियमितताएं अव्यवस्था व्याप्त हैं। आए दिन कृषकों एवं व्यापारियों के यहां चोरी की घटनाएं होती रहती हैं।

जिनका दैनिक प्रिंट एवं टेलीमीडिया में प्रसारण भी होता है। विगत दिवस एक प्रकरण कृषक की मूंग चोरी का बना जो कि पूरे जिले के मीडिया द्वारा प्रमुखता से छापा गया। तब जाकर चोरों पर एफ आईआर हुई। चोरों के हौंसले इतने बुलंद हो गए हैं कि अपने बचाव के लिए उन्होंने हमारे एक सम्मानीय व्यापारी को इस प्रकरण में संलिप्त होना बता दिया। फलस्वरूप पुलिस उस व्यापारी को थाने ले गई, इस घटना से सम्पूर्ण व्यपारी आक्रोषित और दुखी हंै।

हम व्यापारी पूंजी लगाकर जोखिम उठाकर मंडी प्रांगण में कृषकों द्वारा लाई हुई कृषि उपज मंडी उद्घोष के माध्यम से खरीद कर प्रशासन की देखरेख में एवं उनके द्वारा लायसेंसशुुदा हम्माल एवं तुलावटी के द्वारा तौल उपरांत कर पूर्ण पुष्टि के बाद ही माल उठाते हैं, एवं मंडी प्रशासन के अधिकृत तुलावटी की तौल पर्ची के आधार पर भुगतान करते हंै। यदि मंडी परिसर या प्रागंण में चोरी हुई है तो व्यापारी उस माल को कैसे क्रय कर सकते हैं। उक्त प्रकरण में पूर्व में समाचार पत्रों के माध्यम से जानकारी हुई थी उक्त माल लावारिसी बरामद हुआ है, फिर व्यापारी पर एफआईआर क्यों हुई।

उक्त प्रकरण से राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त मंडी के साथ गाडरवारा एव हम व्यापारी गणों की प्रतिष्ठा धूमिल हुई है एवं आघात पहुंचा है। निवेदन है कि उक्त घटना को सज्ञान में लेकर मंडी व्यवस्था को सुधारने मे सहयोग करें, ताकि मंडी अपना खोया हुआ वैभव पुन: प्राप्त करें। हमारे संघ द्वारा सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया है कि मंडी व्यवस्था सुधरने तक आगामी गुरूवार आठ अगस्त से अनिश्चित रूप से हम मंडी कार्य करने में असमर्थ हंै। अत: मंडी प्रशासन उक्ताशय की घोषणा कर कृषकों को सूचित करे। मंडी व्यवस्था सुधारने हेतु निम्न विषयों पर प्रशासन का सहयोग अपेक्षित है। सौदा उपरांत तौल होने के बाद तौल पत्रक पर कर्मचारी के हस्ताक्षर के साथ माल उठने पर गेट पास जारी किया जाए। प्रत्येक प्लेटफार्म पर कर्मचारियों की जिम्मेदारी तय हो तथा चोरी होने पर सबंधित कर्मचारी एवं तुलावटी जवाबदेह बनाएं। चूंकि प्रागंण मंडी का है एवं तौल में हुई किसी भी अनियमितता के लिए उपस्थित कर्मचारी एवं तुलावटी पर कार्रवाई की जाए, व्यापारी पर न हो। मंडी गेट के अन्दर सिर्फ अनुज्ञाप्तिधारी तुलावटी एवं हिम्मालों को ही प्रवेश दिया जाए।

10 क्विंटल या अधिक की ढाली धर्मकांटे से तौल उपरांत ही देय हो एवं सौदे हों। जिससे 10 क्विंटल या अधिक की पुन: तौल में किसी भी प्रकार की हेराफेरी न हो सकें। इस व्यवस्था को पांच किसान की तौल हेतु कांटे की दर कम करके 20 रूपए प्रति ढाली कर किसान के माल की सुरक्षा हेतु अनिवार्य किया जाए। तीन माह के लिये मंडी में पुलिस बल की नियुक्ति हो। पानी सिर के उपर आ चुका है, हमें आर्थिक हानि के साथ हमारी मानहानि भी होने लगी है, ऐसी परिस्थितियों में व्यापार बंद करने के अतिरिक्त कोई मार्ग नही रह गया है।

यदि मंडी प्रशासन व्यवस्था में कोई सुधार नही करता है तो 08.08.2024 से अनिश्चित काल के लिए व्यापार बंद करने मजबूर हैं। जिसकी समस्त जबाबदारी मंडी प्रशासन एवं शासन की होगी। ज्ञापन की प्रति एसडीएम, एसडीओपी, थाना प्रभारी, मंडी सचिव गाडरवारा को प्रेषित की गई हैं

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